होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का,

होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का,
शायद नज़र से वो बात हो जाये,
इस उम्मीद में करते है इंतज़ार रात का,
की शायद सपने में मुलाकात हो जाये.
गुड नाईट

टिप्पणियाँ

पलकों में कैद कुछ सपने हैं,

दिल की गहराइयों से संदेश भेजा हैं इसे मुस्कान के साथ कुबूल फरमाईयें रात का हर तारा इंतजार कर रहा हैं उन्हें रात्रि का तौहफा देते जाइए शुभ रात्रि