लेकर सितारों को ये रात फिर आई है, लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप सितंबर 02, 2015 लेकर सितारों को ये रात आई है, आँखों मे हज़ारों ख्वाब लाई है, इन ख्वाबों मे खो जाओ...! ऑफ करो लाइट और सो जाओ. "*गुड~नाइट*" *स्वीट ड्रीम* लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ
पलकों में कैद कुछ सपने हैं, सितंबर 07, 2015 पलकों में कैद कुछ सपने हैं, कुछ बेगाने और कुछ अपने है, ना जाने क्या कशिश है इन ख्यालो में, कुछ लोग दूर हो के भी कितने अपने है. गुड नाईट और पढ़ें
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