जिन्दगी एक रात है लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप सितंबर 06, 2015 जिन्दगी एक रात है, जिस में ना जाने कितने ख्वाब हैं, जो मिल गया वो अपना है, जो टुट गया वो सपना है, ये मत सोचो की जिन्दगी में कितने पल है, ये सोचो की हर पल में कितनी जिन्दगी है, इसलिए… जिन्दगी को जी भर कर जी लो… लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ
पलकों में कैद कुछ सपने हैं, सितंबर 07, 2015 पलकों में कैद कुछ सपने हैं, कुछ बेगाने और कुछ अपने है, ना जाने क्या कशिश है इन ख्यालो में, कुछ लोग दूर हो के भी कितने अपने है. गुड नाईट और पढ़ें
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