दीपक अगर नूर ना होता,

दीपक अगर नूर ना होता,
तन्हा दिल मजबूर ना होता,
हम आपको गुड नाईट कहने आते,
अगर आपका आशियाना इतना दूर ना होता।।
गुड नाईट ! शुभ-रात्रि 

टिप्पणियाँ

पलकों में कैद कुछ सपने हैं,

दिल की गहराइयों से संदेश भेजा हैं इसे मुस्कान के साथ कुबूल फरमाईयें रात का हर तारा इंतजार कर रहा हैं उन्हें रात्रि का तौहफा देते जाइए शुभ रात्रि