बड़े अरमान से बनवाया है, लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप सितंबर 06, 2015 बड़े अरमान से बनवाया है, रौशनी से भी सजाया है, बहुत दूर से मंगवाया है, ज़रा खिड़की खोलके देखो, आपको गुड नाइट कहने चाँद भिजवाया है..!! लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ
पलकों में कैद कुछ सपने हैं, सितंबर 07, 2015 पलकों में कैद कुछ सपने हैं, कुछ बेगाने और कुछ अपने है, ना जाने क्या कशिश है इन ख्यालो में, कुछ लोग दूर हो के भी कितने अपने है. गुड नाईट और पढ़ें
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