नन्हे फ़रिश्ते सो गये,
नन्हे फ़रिश्ते सो गये,
काली घटायें छा गई,
सुकून से आये निंदियाँ तुझे,
मीठे स्वप्नों की दुनियाँ सजे।
गुड नाईट ! शुभ-रात्रि ! शब्बा खैर ! स्वीट ड्रीम..!!
काली घटायें छा गई,
सुकून से आये निंदियाँ तुझे,
मीठे स्वप्नों की दुनियाँ सजे।
गुड नाईट ! शुभ-रात्रि ! शब्बा खैर ! स्वीट ड्रीम..!!
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